देवरी कला। देवरी नगर से सटे कुसुम विहार कॉलोनी में बीती रात एक गाय के बछड़े को कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया और नोंच डाला जिससे बछड़ा बुरी तरह लहूलुहान हो गया और मरणासन्न स्थिति में पहुंच गया जिसे पास में रहने वाले एक प्रोफेसर ने बछड़े की जान बचाई। वह गौ सेवक ने तुरंत उपचार कर बछड़े का रेस्क्यू करके सुरक्षित कराया।
घटना गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात्रि करीब 12 से 1 बीच कुसुम विहार कॉलोनी में संजय गुप्ता के मकान के पास की है। जहां खाली पड़े प्लाट पर गाय के बछड़े को 10 बार कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया और जगह-जगह उसे नोच डाला बछड़े की चीख-पुकार सुनकर कॉलोनी में रहने वाले शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पदस्थ प्रोफेसर जयपाल विश्वकर्मा नींद से जागे और उन्होंने देखा कि कुत्तों का झुंड गाय गाय के बछड़े को नाच रहा है और खूंखार कुत्ते बछड़े को मार डालेंगे तो उन्होंने बछड़े के पास पहुंचकर कुत्तों को भगाया और बछड़े को अपने मकान के पास फेंसिंग में सुरक्षित रखा जिसकी सूचना सुबह नगर के गौ सेवक पंडित रजनीश मिश्रा को दी। रजनीश मिश्रा ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पशु चिकित्सकों से लहूलुहान और बुरी तरह घायल जिंदगी और मौत से जूझ रहे बछड़े का उपचार कराया और गौ रक्षक वाहन से बीना जी गौशाला सुरक्षित भिजवाया।
गौ रक्षक पंडित राजेश मिश्रा ने बताया कि प्रोफेसर जयपाल विश्वकर्मा द्वारा गाय के बछड़े की जान बचाकर जागरूकता का परिचय दिया है उनका सराहनीय प्रयास है इसी तरह समाज के अन्य लोगों को भी गौ रक्षा के प्रति जागृत होने की जरूरत है यदि कहीं आसपास गायों पर खूंखार कुत्तों का हमला हो जाए तो उन्हें बचाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि सुबह 6:30 बजे प्रोफ़ेसर विश्वकर्मा का फोन आया और तुरंत उन्होंने पशु चिकित्सकों की टीम
के साथ मौके पर पहुंचकर उपचार कराया और रेस्क्यू करके सुरक्षित जय हो जाए बीना जी धर्मशाला में सुरक्षित कराया है जहां उपचार किया जा रहा है।
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