सीएम राइस स्कूल में राष्ट्रीय महत्व के स्मारक का होता रहा अपमान

वीडियो वायरल होने पर जागरूक जनप्रतिनिधियों ने दर्ज कराया पत्ती

देवरी कला। तिरंगा झंडे पर अशोक चक्र एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पट्टी से अंकित राष्ट्रीय महत्व के स्मारक जहां प्रतिदिन स्कूल के सभी बच्चे और शिक्षक राष्ट्रीय गीत के साथ सा सम्मान नमन करते हैं ऐसे ही स्मारक को मामूली पत्थर समझ कर उखाड़ कर फेंक दिया गया। क्या सीएम राइस स्कूल प्रबंधन एवं भवन निर्माण के ठेकेदार की सोच राष्ट्रीय महत्व के प्रति इतनी घटिया और निदाजनक हो सकती है? राष्ट्रीय महत्व के स्मारक तापमान क्या राष्ट्र का अपमान नहीं है क्या? पूरे मामले को लेकर सागर कलेक्टर दीपक आर्य को संज्ञान लेना चाहिए और जो भी दोषी हो उस पर कार्रवाई करना चाहिए।

सीएम राइस स्कूल परिसर में कई सालों से लगे राष्ट्रीय महत्व के स्मारक को उखाड़ कर फेंक ने को लेकर तूल पकड़ लिया है। जिसमें लोगों द्वारा स्कूल प्राचार्य और ठेकेदार पर कार्यवाही की मांग की जा रही है।
सीएम राइस स्कूल भवन निर्माण को लेकर रोज नए नए विवाद सामने आ रहे हैं जिसमें ठेकेदार और स्कूल प्राचार्य की बड़ी लापरवाही गुरुवार को उजागर होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और दोनों ने प्राचार्य और ठेकेदार की लापरवाही पर सवाल उठाए जा रहे हैं?
दरअसल मामला इस तरह का है कि शासकीय एक्सीलेंस स्कूल के पुराने भवन परिसर में अशोक स्तंभ एवं स्वतंत्र संग्राम सेनानियों के नाम पर टीका से अंकित शिलालेख लगा हुआ था जो कई वर्षों से राष्ट्रीय धरोहर के रूप में सम्मानजनक स्थिति में देखा जा रहा था लेकिन सीएम राइस स्कूल भवन निर्माण के ठेकेदार द्वारा उसको सुरक्षित स्थान पर ना रखकर खंडित करके परिसर में अपमान जनक स्थिति में ढंग से फेंक दिया गया। शाम को इस स्मारक के फोटो और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद बड़ी संख्या में नगर पालिका परिषद के पार्षद पूर्व विधायक एवं मीडिया कर्मी मौके पर पहुंच गए। दौरान भवन निर्माण के ठेकेदार योगेश चौहान से बुलाकर चर्चा की गई लेकिन उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। मामले को तूल पकड़ते देख थाना प्रभारी उमा सिंह को भी मौके पर बुलाया गया और लोगों ने ठेकेदार एवं लापरवाह प्राचार्य पर एफ आई आर दर्ज करने की मांग की।
पूर्व विधायक डॉ भानु राणा ने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के स्मारक को इस तरह से उखाड़ कर फेंकना ठीक नहीं है ।इस पर प्राचार्य और ठेकेदार पर कार्रवाई होना चाहिए उन्होंने कहा वीडियो वायरल होने के बाद वह देखने यहां आए थे।
नगर पालिका के पार्षद त्रिवेंद्र जाट ने कहा कि प्राचार्य और ठेकेदार का यह निंदा करते है राष्ट्रीय महत्त्व के स्मारक को उखाड़ कर फेंकना राष्ट्र का अपमान है जिस पर एफ आई आर दर्ज होना चाहिए और पूरे मामले की जांच होना चाहिए यदि जांच नहीं हुई हुई तो आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
मामले को तूल पकड़ता देख देर शाम को माध्यमिक शाला भवन के पास उक्त राष्ट्रीय महत्त्व के स्मारक को लगवा दिया गया।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*