देवरी कला। नौरादेही अभ्यारणय के अंतर्गत सिंगपुर रेंज के पश्चिम बरपानी क्षेत्र में 4 दिन पूर्व घर से लापता हुई 9 वर्षीय छात्रा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पुलिस ने बरामद किया है। जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। इस मामले में मासूम की हत्या की आशंका जताई गई है। जहां देवरी पुलिस जंगली जानवरों द्वारा बच्ची को खा लिए जाने की बात कही जा रही है वही नौरादेही अभ्यारण के अधिकारियों का कहना है कि जिस क्षेत्र में लाश मिली है वहां जंगली जानवरों का मोमेंट नहीं रहता है।
घटना देवरी थाना क्षेत्र के आदिवासी टोला बासनी की है ,जहां रहने वाले अच्छे लाल गौड़ की कक्षा मे पढ़ने वाली 9 वर्षीय पुत्री शेफाली 28 अप्रैल की रात्रि में चाचा के लगुन कार्यक्रम के दौरान गायब हो गई थी। जिसकी शव 1 मई की रात्रि करीब 8
पास के जंगल में एक नाले में पडा हुआ बरामद होने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। मामले में पुलिस जंगली जानवरों द्वारा लड़की को खाने की बात कर रही है वहीं परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। मेरठ मासूम छात्रा के पिता अच्छे लाल गौड़ ने बताया कि 28 अप्रैल को उनके छोटे भाई रामलाल की लगन कार्यक्रम था उनकी 9 वर्षीय पुत्री शेफाली रात्रि में घर से गायब हो गई दूसरे दिन आसपास और रिश्तेदारों के यहां पतासाजी की लेकिन जब कहीं पता नहीं चला था 29 तारीख की शाम को देवरी पुलिस थाने में गुम इंसान की रिपोर्ट दर्ज कराई उन्होंने बताया कि उनकी पुत्री की हत्या की गई है उनके घर से लड़की को गायब कर दिया गया था।
मृत मासूम के दादा भीकम गोंड ने बताया कि मेरी नातिन 28 अप्रैल की रात्रि में लगुन कार्यक्रम के दौरान गायब हो गई थी और 1 मई की रात 8:00 बजे गांव के ही सीताराम ने सूचना दी कि पास के ही जंगल में नाले के पास बदबू आ रही है उन्होंने तुरंत देवरी पुलिस थाने में सूचना दी और पुलिस के साथ पहुंचकर नाले में देखा तो उनकी नातिन शेफाली उन्हीं पड़ी हुई थी तन पर कपड़े नहीं थे और सेल्फ सिर के बाल भी नहीं थे और कुछ कपड़े पेड़ के नीचे कुछ दूरी पर रखे हुए थे। उन्होंने कहा कि उनकी नातिन की हत्या की गई है जंगली जानवर घर से बच्ची को नहीं ले जा सकते थे।
बच्ची की मां कुंती ने बताया कि 28 अप्रैल की रात्रि में लगन के दौरान 9:30 सफारी ने पंगत में खाना खाया था इसके बाद पानी बरसने लगा और लाइट चली गई थी जब लगून कार्यक्रम के बाद बच्ची के बारे में छानबीन की तो कोई पता नहीं चला बच्ची घर से गायब थी सुबह भी आसपास रिश्तेदारों के यहां पतासाजी की लेकिन नहीं मिली उन्हें आशंका है कि मेरी बच्ची की हत्या की गई है।
उन्होंने बताया कि बच्ची नीले रंग का लहंगा पहने थी, वह अभी भी पुलिस ने बरामद नहीं किया है वही पुलिस ने केवल लेगी और कोटि बरामद की है।
इस मामले में थाना प्रभारी उपमा सिंह का कहना है कि 29 अप्रैल को पुलिस थाने में सूचना मिली थी कि बच्ची गुम हो गई है और केरपानी के पास नाले में 1 मई की रात्रि में बच्ची का शव बरामद कर लिया है। प्रथम दृष्टया बच्ची का शव जंगली जानवरों द्वारा खा लिया गया प्रतीत होता है। मृत बच्ची का सागर से पैनल पोस्टमार्टम कराया गया है दो-तीन दिन बाद पीएम रिपोर्ट आने के बाद और स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाए जाने पर थाना प्रभारी उपमा सिंह का कहना है कि मेरे पास परिजनों के ऐसे स्टेटमेंट नहीं है।
एडिशनल एसपी और एसडीओपी भी घटनास्थल का जायजा लिया- 9 वर्षीय मासूम छात्रा की मौत की खबर मिलते ही एडिशनल एसपी ज्योति ठाकुर एवं एसडीओपी पूजा शर्मा ने घटनास्थल का जायजा लिया। वही देवरी और महाराजपुर कि पुलिस बल 2 दिन तक गुमशुदा मासूम बच्ची की तलाश में जुटी रही।
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