देवरी कलां।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर देवरी में दिव्यांगजनों का मूल्यांकन एवं परीक्षण शिविर लगाया गया जहां भारी अव्यवस्थाओं के कारण दिव्यांग परेशान होते दिखाई दिए अव्यवस्थाओं की मुख्य बजह छोटा सा पंडाल लगाया गया वही दिव्यांगों बैठने के लिए मात्र 150 कुर्सियां बुला गई, जिसमें 50 ,60 कुर्सियों में पंचायत सचिव और डॉक्टर और जनपद ,नगर पालिका के कर्मचारी बैठे रहे और दिव्यांगों के लिए मात्र 100 कुर्शिया ही नसीब हो सकी जबकि दिव्यांग और उनके परिजनों को मिलाकर करीब 500 से अधिक लोग शिविर में पहुंचे और उन्हें अव्यवस्थाओं के कारण दो-चार होना पड़ा। दरअसल शासन के निर्देशानुसार जनपद पंचायत देवरी एवं नगर पालिका परिषद देवरी द्वारा संयुक्त रूप से दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया ।लेकिन दिव्यांग जनों के लिए पर्याप्त मात्रा में बैठने के लिए कुर्सियों की व्यवस्था भी नहीं कि गई , एवं भीषण गर्मी में पंडाल भी छोटा सा लगाया गया जिससे अधिकांश दिव्यांग धूप में और फर्श पर बैठे रहे वही दिव्यांगों के लिए पीने के पानी का इंतजाम भी नही किया गया और ना ही उन्हें खाने के लिए नाश्ते का जबकि सुबह 9:00 बजे से दिव्यांग जन शिविर का आयोजन रखा गया था।गांव गांव से दिव्यांग और उनके परिजन सुबह 9:00 बजे से इखट्टे हो गए थे लेकिन उनका परीक्षण दोपहर बाद शुरू हो पाया जिससे दिव्यांग भूखे रहकर परेशान होते रहे ,वही इस शिविर में कोई भी जिम्मेदार अधिकारी जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचे वही बड़ी संख्या में आए दिव्यांगों के लिए मात्र 150 कुर्सियां बुलाई गई, जिससे अधिकांश दिव्यांग और उनके परिजन फर्श पर बैठे रहे वही बड़ी संख्या में लोग परिसर में खड़े रहे। डॉक्टरों के देरी से पहुंचने से बढ़ गई व्यवस्थाएं हमेशा की तरह दिव्यांग शिविर में मूल्यांकन एवं परीक्षण के लिए सागर से आने वाली डॉक्टरों की टीम समय से नहीं पहुंचती यहां भी शिविर के आरंभ होने के बाद करीब 2 घंटे लेट डॉक्टरों की टीम पहुंचने से काउंटरों पर परीक्षण और मूल्यांकन के लिए भीड़ बढ़ गई और अव्यवस्थाओं के कारण दिव्यांगों को शिविर में असुविधा का सामना करना पड़ा ,वही इस शिविर के नोडल अधिकारी केशव सोनी ने बताया कि जनपद और नगर पालिका द्वारा दिव्यांगजन शिविर का आयोजन किया गया है लेकिन इस शिविर के आयोजन के लिए कोई भी फंड प्राप्त नहीं हुआ है दिव्यांग जनों को बैठने के लिए डेढ़ सौ कुर्सियां बुलाई गई है वही तीन सौ से अधिक दिव्यांग जनों ने रजिस्ट्रेशन कराकर मूल्यांकन एवं परीक्षण कराया है। दिव्यांग जनों के लिए नाश्ते की कोई व्यवस्था नहीं की गई। केवल चिकित्सकों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की गई है।
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