देवरी कला। देवरी विकासखंड की ग्राम पंचायत तीतरपानी में विकास कार्यों में गड़बड़ी को लेकर सरपंच और उपसरपंच तकरार शुरू हो गई है।
आदिवासी महिला सरपंच चंदरानी ने एसडीएम देवरी एवं जनपद पंचायत देवरी की सीईओ लिखित शिकायत में भाजपा नेता एवं उपसरपंच रविंद्र पटेरिया द्वारा विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने और गाली गलौज कर अपमानित करने की शिकायत की है जिसकी प्रति प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री गोपाल भार्गव कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ और विधायक के यहां भी भेजी है।
ग्राम पंचायत तीतर पानी की महिला सरपंच चंद्र रानी ने शिकायत में कहा है कि भाजपा नेता एवं उपसरपंच रविंद्र पटेरिया द्वारा पंचायत के विकास कार्यों में रोड़ा अटका जा रहा है जिससे पंचायत के काम नहीं हो पा रहे हैं काम करने वाले मजदूरों से गाली गलौज कर उन्हें डराया धमकाया जा रहा है जिससे वह काम नहीं कर रहे हैं , वह विकास कार्यों में बाधा डालने का काम कर रहे हैं। शिकायत में कहा है कि वह आदिवासी महिला सरपंच होने के कारण उनका अपमान किया जा रहा है जिससे वह विकास कार्य करने में अक्षम है तथा पंचायत के विकास कार्य जनपद पंचायत के कर्मचारियों से कराया जाए और उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए।
वह इस मामले में एसडीएम देवरी द्वारा आवेदन पर पुलिस थाना देवरी और जनपद पंचायत देवरी के लिए जांच के लिए पत्र लिखा गया है। सरपंच द्वारा की गई शिकायत पर पलटवार करते हुए उपसरपंच एवं भाजपा नेता रविंद्र पटेरिया ने कहा कि ग्राम पंचायत तीतर पानी में गुणवत्ता हीन निर्माण कराए जा रहे हैं पंचायत की सरपंच राष्ट्रीय त्योहार एवं ग्राम सभा में ही आती हैं सरपंच का काम उनका पुत्र और पति देखते हैं। पंचायत का सचिव और रोजगार सहायक भी पंचायत में कभी नहीं आते हैं। पिछले दिनों रेस्ट हाउस से लेकर कोठी घाट तक सीसी रोड निर्माण कार्य 4:30 लाख की लागत से बनाया जा रहा है जिसमें घटिया मटेरियल और गुणवत्ता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जब शिकायत मिली तो वह मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि m10 यह कार्य में 28 तसला मटेरियल में 1 बोरी सीमेंट मिलाई जा रही थी वह भी घटिया किस्म की जिसे रोककर मौके पर समझाइश दी और कहा कि अच्छी कंपनी की सीमेंट लगाई जाए और गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराया जाए। मौके पर सरपंच पुत्र, पति और मजदूरों को समझाइश दी गई कि घटिया काम हम नहीं होने देंगे। जिस करण वह झूठी शिकायतें कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव राकेश सेन भी कभी पंचायत के कार्य देखने नहीं आता है और ना ही रोजगार सहायक। इसकी शिकायत उन्होंने पिछले दिनों 181 पर की थी। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि गुणवत्तापूर्ण कार्य पंचायत में कराया जाए और घटिया कार्य ना किया जाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले एक साल के दौरान क्या-क्या खिलाड़ी कराए गए हैं उसका हिसाब किताब भी सचिव सरपंच द्वारा बार-बार कहने के बावजूद भी नहीं बताया जाता है सचिव द्वारा टालमटोल किया जाता है। इस संबंध में पंचायत सचिव राकेश सेन का कहना है कि भाजपा नेता कई बार उन्हें धमका चुके हैं उनके अनुसार कार्य न करने पर वह शिकायत करते हैं।
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